ब्रहस्पतिवार को सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने गंगा नदी के तटबंध का औचक निरक्षण किया...

लक्सर/ ब्रहस्पतिवार को सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने गंगा नदी के तटबंध का औचक निरक्षण किया। साथ ही परियोजना के अंतर्गत कुछ कार्यो में कमियां पाये जाने पर उन्हें तत्काल ठीक कराये जाने के निर्देश भी दिये। मंत्री के निरीक्षण के दौरान ग्राम वासियों ने उन्हें बालावाली गंगा नदी के कटान के बारे में जानकारी दी। इस पर उन्होनें इस ग्राम को भी परियोजना में शामिल करने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि कि बाढ़ के प्रभाव से होने वाली जन धन हानि को रोकने के लिए उतराखण्ड प्रदेश सरकार कटिबद्घ है। जनपद हरिद्वार में बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील और अतिसवेदनशील तटबद्घ है। वही जनपद में परियोजनाएं बनायी गयी है। जिनकी लागत करोड़ो में है।

उन्होनें बताया कि वर्तमान में बाढ़ सुरक्षा के लिये पर्याप्त धनराशि मौजूद है। गत वर्ष जो गांव बाढ़ से प्रभावित हुये थे। उनकी परियोजनाएं बनाकर कार्य करवाया जा रहा है। इस वर्ष बाढ़ की सुरक्षा के दृष्टिगत गांवों के सुरक्षात्मक कार्य करा लिये गये है। जनपद में कंट्रोल रूम बाढ़ केन्द्र और बाढ़ चौकियों की स्थापना की गयी है। संभावित बाढ़ क्षेत्रों में हुये कार्यो के निरीक्षण के पश्चात उन्होनें बालावाली गंगा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गंगा का संचालन सुगम पाया गया। उन्होनें कहा कि कई वर्ष पूराने इस तटबन्ध को नवीन स्वरूप देने हेतु आधुनिकतम स्वचालन प्रणाली स्थापित करायी जायेगी।उन्होनें उपस्थित विधायक से उनके क्षेत्र में सिंचाई एवं बाढ़ से सम्बन्धित समस्याओ और सुझावों पूछें। इस पर विधायक ने पहाड़ से आने वाले पानी से पैदा होने वाली बाढ़ का उल्लेख करते हुए मांग की कि गंगा नदी मे चैनल बनाये जाय। जिससे ज्यादा से ज्यादा पानी बाहर निकल सके तथा बाढ़ की समस्या का समाधान हो सके। जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जनपद में लक्सर तहसील सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित होती है। उन्होनें अबतक जनपद में हुयी बाढ़ से निपटने की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

पुलिस उपाधीक्षक विवेक कुमार ने बताया कि जनपद में बाढ़ से निपटने के लिए सुरक्षा तैयारियां की जा चुकी है। शीघ्र ही एनडीआरएफ का दल मिल जायेगा। बाढ़ के दौरान गोताखोरों की उपयोगिता को देखते हुए कुछ गोताखोरो का चिन्हाकंन किया जा चुका है। जिससे आवश्यकता पडऩे पर अविलम्ब इन्हें प्रभावित स्थान पर भेजा जा सके।

Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours