( पत्रकार राजेश लम्बा ) ( कैमरामैन अर्जुन बालियान ) उत्तराखंड के हरिद्वार में बरसात ना होने की वजह से किसान परेशान किसानों के सामने अपनी फसलों को बचाने के लिए संकट उत्पन्न हो गया है क्योंकि समय पर बारिश ना होने की वजह से गन्ने की फसल में मक्का की फसल में एवं सभी प्रकार की सब्जियों की फसल में अनेक प्रकार की बीमारियां आ गई है किसान इस समय अपनी फसलों को बचाने के लिए तरह तरह की दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं कोई किसान गूगल ऐप के माध्यम से अपनी फसलों को बचाने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन दुख की बात यह है इस समय किसानों को सिंचाई के लिए पानी की अधिक आवश्यकता है लेकिन बार-बार लाइट की आंख में चोली भी किसानों को खून के आंसू रुला रही है हाल ही में नमामि गंगे के तहत ₹240000000 की लागत लगाकर एक नाला निर्माण हुआ था लेकिन उसका भी कोई लाभ किसानों को मिलता हुआ नजर नहीं आ रहा है क्योंकि इस नाले में पानी ही नहीं है और ना ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने की कोई व्यवस्था है सिर्फ हवा हवाई कार्य है कोई भी अधिकारी सुध लेने के लिए तैयार जहां जहां पर नहर के पानी से सिंचाई की व्यवस्था वहां पर भी नालों में पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है किसान त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहा है लेकिन ना तो यहां के जनप्रतिनिधि और ना ही राज्य सरकार इस ओर कोई कदम उठा पा रही हो जिससे किसानों को लाभ मिल सके अधिकारी इतने भ्रष्ट हैं वह किसी की पीड़ा को सुनने के लिए तैयार नहीं है ऐसे में अन्नदाता अब सिर्फ ईश्वर के के ऊपर आधीन है क्योंकि राज्य सरकार का अपने अधिकारियों के ऊपर कोई भी ठोस कानून नहीं है जिस प्रकार से यूपी के मुख्यमंत्री जी ने इतने बड़े प्रदेश में कानून व्यवस्था बिजली की व्यवस्था सब सुचारू रूप से चला रखी हैं सिर्फ उसका एक ही कारण है कि यूपी के मुख्यमंत्री अपनी जनता के प्रति निष्ठावान हैं एवं सच्ची निष्ठा के साथ में कार्य कर रहे हैं उत्तराखंड प्रदेश छोटा सा प्रदेश है इस प्रदेश में सिर्फ तीन राज्य से हैं जहां पर अधिक खेती होती है लेकिन यहां पर ना तो किसानों को बीज उपलब्ध होता है नाही खाद उपलब्ध होती है और ना ही लाइट की उचित व्यवस्था किसान किस से आस लगाए अब तो सिर्फ किसान ईश्वर के ही आती है।
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